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आदरणीय जी आपके द्वारा प्रेषित लेख व्यंग्य नहीं वास्तविक है, आने वाले वक्त में जैसे कि आज हम जल कर,समेकित कर,संपत्ति कर,सीमा कर,GST आदि-आदि कर सरकार को देतें हैं, उसी प्रकार कुछ ही दिनों में वायु कर भी जमा करना होगा अन्यथा हम हाँफते ही रह जाएँगे।

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