परों को मेरे कतर कर बिगाड़ क्या लोगे, मैं हौसलों से भी ऊँची उड़ान रखता हूँ।।बहुत ही सुंदर शब्दों का चयन।
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परों को मेरे कतर कर बिगाड़ क्या लोगे,
मैं हौसलों से भी ऊँची उड़ान रखता हूँ।।बहुत ही सुंदर शब्दों का चयन।