डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
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5 Jun 2022 10:26 AM
धन्यवाद, ठीक है।
बेहतरीन कविता, विजय कुमार जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।