आकाश महेशपुरी
Author
6 May 2022 08:05 PM
बहुत बहुत धन्यवाद!
अतिसुंदर अभिव्यक्ति !
सत्य वचन ! पितृऋण से सन्तान कभी मुक्त नही हो सकती है।
धन्यवाद !