आकाश महेशपुरी
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4 May 2022 07:23 PM
बहुत बहुत धन्यवाद। सादर नमन्!
संवेदनाओ की उच्चतम अभिव्यक्ति। पिता का कर्तव्य महान है,,,पिता घर का अभिमान है ,,बहुत बढ़िया रचना