संजीव शुक्ल 'सचिन'
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1 May 2022 09:59 PM
सहृदय आभार मित्रवर
पितृ स्तुति इस से बढ़िया नहीं हो सकती। बहुत ही भावपूर्ण सुन्दर गीत लिखा आपने, वाह वाह वाह