सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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25 Mar 2022 11:26 AM
बंगाल की धरती इंकलाब की पहचान है, संतों की , नेताओं की उर्जा वान धरा है, संस्कृति समृद्ध रही है, पिछले कुछ समय से सारी मर्यादाएं क्षीण हो रही हैं। आपको सादर अभिवादन धन्यवाद
25 Mar 2022 08:25 PM
सत्य वचन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
25 Mar 2022 08:51 PM
आपको सादर प्रणाम
कसम से मुझे बंगाली भाषा बहुत अच्छी लगती थी मीठी मीठी रसगुल्ले जैसी ,मगर इस नामुराद ममता की वजह से इसमें जहर घुल चुका है । बहुत बढ़िया और सच लिखा है आपने