नाम श्रेयसी दुबे
कुछ भी करने से पहले हमें सोचना चाहिए कि वह सही तो होगा वरना किसी को चोट भी पहुंच सकती है जैसे विशाल ने और सुमित ने यह सोचा ही नहीं की कि अंजाम कितना बुरा हो सकता है| हमें अपने बड़ों का मान रखना चाहिए और उनके सारी बातें सुननी चाहिेए ताकि ऐसी गलती दोबारा ना हो। उत्तम कहानी सर
धन्यवाद।
नाम श्रेयसी दुबे
कुछ भी करने से पहले हमें सोचना चाहिए कि वह सही तो होगा वरना किसी को चोट भी पहुंच सकती है जैसे विशाल ने और सुमित ने यह सोचा ही नहीं की कि अंजाम कितना बुरा हो सकता है| हमें अपने बड़ों का मान रखना चाहिए और उनके सारी बातें सुननी चाहिेए ताकि ऐसी गलती दोबारा ना हो। उत्तम कहानी सर
धन्यवाद।