उम्र से तो तुम काफी छोटी लगती हो मगर समझ साहित्य की परिपक्वता को छूती है
प्रभु के प्रबंधन भी क्या क्या खेल दिखाते हैं
मुझे लाइक कमेंट व फ़ॉलो करेंगी तो अपने को धन्य मानूँगा सादर
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उम्र से तो तुम काफी छोटी लगती हो
मगर समझ साहित्य की परिपक्वता को छूती है
प्रभु के प्रबंधन भी क्या क्या खेल दिखाते हैं
मुझे लाइक कमेंट व फ़ॉलो करेंगी तो
अपने को धन्य मानूँगा सादर