Ram Krishan Rastogi
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12 Feb 2022 10:11 AM
शशि जी,जीवन की यही वास्तविकता है।पर पुरानी यादें फिर ताजा हो जाती है।
जाने कहाँ गए वो दिन। भीली बिसरी यादें मन बेचैन कर देती हैं। सच में।