अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Author
1 Feb 2022 11:27 AM
शुक्रिया जी
नाम श्रेयसी दुबे
इस कविता में मजदूरों की व्यथा दर्शाई है, करोना काल में मजदूरों की बहुत ही बुरी व्यथा थी सारे मजदूर बहुत परेशान से रहते थे कई बार पेट भरने के लिए रोटी भी नहीं मिलती पैसे तो दूर की बात काफी बुरी स्थिति चल रही थी।
धन्यवाद।