हृदय से आपका आभार, ओनिका सेतिया ‘अनु ‘ जी गलत मत समझिएगा ,दर्द की गहराई पता नही कहां से आती है हमें एक कर ,नहीं तो बिखरा जाती हैं।
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हृदय से आपका आभार, ओनिका सेतिया ‘अनु ‘ जी गलत मत समझिएगा ,दर्द की गहराई पता नही कहां से आती है हमें एक कर ,नहीं तो बिखरा जाती हैं।