Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2022 02:16 PM

सम सामयिक चिंता जायज है, किन्तु आज युवाओं के लिए न तो सांसारिक सरोकारों से जोड़ने का उपक्रम हो रहा है ना एक अच्छा नागरिक बनाने की कोशिश,बस उसे अंध भक्ति में डूबा कर दिग्भ्रमित करने का दुसप्रयास होता दिख रहा है! ना रोजी-रोटी की चिंता है ना सभ्य आचरण का बोध! सादर अभिवादन सहित।

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
12 Jan 2022 06:24 PM

बहुत बहुत आभार आपका जी

Loading...