Taj Mohammad
Author
4 Jan 2022 04:16 PM
बहुत खूब
बहुत खूब
दबा के कब्र में सब चल दिए ना दुआ ना सलाम,
जरा सी देर में क्या हो गया ज़माने को ,
यही ज़िंदगी का दस्तूर है , यही मौत की हकीकत है ,
श़ुक्रिया !