Observe your thoughts deeply
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26 Dec 2021 01:36 AM
विलंब के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ
कविता आपको अच्छी लगी बहुत धन्यावाद अभी मेरी कोई परिचय नहीं है यह देह ईश्वर का दिया है जन्म माता पिता ने दिया
जो लिख पाया वो सारे शब्द महादेव माँ बगलामुखी का प्रसाद है प्रभु की कृपा से जब अपनी पहचान बनाने में सफल हो जाऊंगा तो आपको अवश्य बता पाउंगा आप तो स्वयं महादेव के मस्तक पर शोभायमान है चंद्र के
रूप में आप तो पहले से गौरवांवित है महोदय ?
26 Dec 2021 07:59 AM
आपने अपने शब्दो से हमे अत्यंत प्रभावित किया है और मेरे नाम का अर्थ करके जो प्रशंसा की है वो अनुपम है। वैसे मैं भी शिवभक्ति ही हूं।
धन्यवाद।
Aapki kavita bahut acchi hai kripya apna parichay dekar hmara gourav badaye