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घणी चोखी कही तन्ने जी सा आ ग्या

** ना टाबरां का खोआ मटकाणा,
छांद आली पॉली रही ना
ना ट्यूबल तैं पाणी भरके लाणा
सांस आर हवा सारी होगी बनावटी
लागै न्यू जणु घुट घुट की मर जाणा,

बहुत सुथरी बात
डा ० मीनु जी राम राम

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