पंकज कुमार कर्ण
Author
30 Nov 2021 07:42 AM
कहना सुनना छोड़िए,
मेरी हरेक कविता का आनंद लीजिए।
धन्यवाद?
बात तो सही है। पंक्तियाॅं कुछ कही हैं।।
हमें अब क्या कहना। बच ही क्या गई है।।