Rajesh vyas
Author
22 Nov 2021 12:45 PM
आभार जी
आभार जी
बहुत सुंदर व्यासजी ,पर ! दुष्टों के अंदर यह भावना कब उत्तपन होती है। सुंदर रचना धन्यवाद आपका जी