Phoolchandra Rajak
Author
2 Nov 2021 01:54 PM
बहुत बहुत दिपावली की शुभकामनाएं सर जी आपको।पर आप मेरी कविता के भाव को समझिये।मन की बात हम जब सुन सकते हैं जब हमें आत्मा का भान होगा।धन्यवाद सर जी।
हां सही कहा सर, अब बस अपने मन की बात करनी है, दूसरे के मन की बात नही सुननी है..!!
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं