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बुद्धि,विवेक,प्रज्ञा नही , इंसान नही वो ढोर ।
जाकी वाणी में प्रेम नही,मनुज नही वो जूताखोर ।।

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20 Oct 2021 12:24 PM

बहुत सुंदर कहा आपने जी धन्यवाद आपका जी

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