“भावुकतावश ज्यों ही बंटी ने करवट बदली तो सहयोग बंटी की सूरत देखकर हतप्रभ था। दो कदम पीछे हट गया। लंबी लंबी उगी दाढ़ी मर्दाना चेहरा देखकर हैरत हुई संयोग को” आपकी प्रस्तुति में उपरोक्त विरोधाभास युक्त कथन का तात्पर्य समझ से परे है। कृपया स्पष्ट करें !
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“भावुकतावश ज्यों ही बंटी ने करवट बदली तो सहयोग बंटी की सूरत देखकर हतप्रभ था। दो कदम पीछे हट गया। लंबी लंबी उगी दाढ़ी मर्दाना चेहरा देखकर हैरत हुई संयोग को”
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