Khushboo Khatoon
Author
10 Oct 2021 10:51 AM
धन्यवाद
Khushboo Khatoon
Author
10 Oct 2021 10:54 AM
आप क्यों नहीं लिख रहे हैं इधर।आजकल busy चल रहे हैं क्या?
10 Oct 2021 11:03 AM
मैं अभी बाहर ही बाहर हूॅं ! कुछ दिनों से बहुत व्यस्त चल रहा हूॅं !! व्यस्तता हटने पर तुरंत साहित्य की सेवा में हाज़िर रहूंगा ! धन्यवाद !! खासकर मेरी बातों को संज्ञान में लेते हुए आपने अपनी व्यस्त ज़िंदगी में से कुछ पल चुराकर एक ही नहीं.. दो – दो बेहतरीन प्रस्तुति दे दी !! इसके लिए अलग से एक और धन्यवाद !!
वाह, अति सुंदर सकारात्मक संदेश देती रचना !
पर अंतिम पंक्ति को थोड़ा और सकारात्मक बनाते हुए गर ये लिखा जाता… “उन्हें जीतकर मंज़िल की ओर ही बढ़ना…. तो और बेहतर होता ! बहुत बहुत धन्यवाद ।