Ray's Gupta
Author
9 Sep 2021 02:14 PM
बहुत खूब
बहुत खूब
एक सराब है ये ज़िंदगी, चाहत की प्यास लगाती है ,
एक फरेब है ये ज़िंदगी, प्यास बुझाने के नाम ज़हर पिलाती है ,
ज़िंदा रहना है तो हर हाल में इसे पीना होगा ,
वक्त के गुलाम बनकर मर- मर कर जीना होगा,
श़ुक्रिया !