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8 Sep 2021 09:51 PM

यही ज़िंदगी है जो निरंतर ही गतिशील रहती है।
जो रुक जाएगा वो ज़िंदगी की रेस से बाहर हो जाएगा ! बहुत सुंदर सोच व अभिव्यक्ति !??

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