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18th वोट स्वीकार हो।मुनासिब लगे तो मेरी कविता जननी (माँ) का अवलोकन कर वोट करें।

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12 Nov 2018 03:42 PM

आदरणीय नवल किशोर बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद, आपकी कविता सबसे हटकर है। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। जीवन के झंझावातों को आपने मॉ यानी जननी के रूप में व्यक्त कर कहीं न कहीं अपने जीवन के अनुभवों को ही शब्दों में ढाला है।
हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार धन्यवाद,

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