Jyoti Pathak
Author
26 Aug 2021 09:03 AM
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद ??
शिष्यों को पढ़ाने का आपका अंदाज़ सर ऑंखोंं पर ! आपके अंदाज़ को नमन ! आपकी सोच को नमन ! आपके अंतर्मन से निकली हर नेक भावनाओं को नमन ! क्योंकि आपकी इस नेक भावनाओं के फूलों से खिल उठेगा स्कूल रूपी चमन !! कभी दुखित नहीं हो पाएगा शिक्षा के मंदिर में किसी का अंतर्मन ! जो कुछ भी हो ज्योति जी, क्या कमाल चली है आपकी कलम !!