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8 Aug 2021 04:51 PM

करके अति सुंदरता से साहित्य को परिभाषित !
की है आपने बहुत ही खूबसूरत रचना सृजित !
करके हर पांती में वर्णों के सुंदर पुष्प अंकुरित !
किया है अपनी रचना से इस जहाॅं को सुरभित !
इसे पढ़कर हो रहे सभी लोग अति प्रफुल्लित !
जब से आप आई हैं,सभी हैं आपसे आशान्वित !
ऐसी ही चित्रण करके सदा करते रहें सबको लाभान्वित !!

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8 Aug 2021 08:29 PM

वाह!करनजी आपने तो प्रसन्नता के पुष्प बरसा दिए।बहुत बहुत धन्यवाद महोदय?

8 Aug 2021 08:39 PM

जी, धन्यवाद। ?

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