डॉ शिखा कौशिक नूतन
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6 Aug 2021 07:26 PM
हार्दिक आभार आदरणीय
बातों के कहने के तरीके से उसके अर्थ किस कदर परिवर्तित हो जाते हैं इसका नायाब उदाहरण आपने बखूबी आपने पेश कर दिखाया है। बहुत सुंदर चित्रण किया है कथानक का। सुंदर, सारगर्भित कहानी डाॅ शिखा कौशिक जी !