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अत्यंत मार्मिक एवं यथार्थपरक चित्रण किया है नमिता जी आपने हास्पिटल्स की व्यवस्था एवं चिकित्सकों की मनोदशा का।
?बधाई..!
आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी रचना “मित्रता की बेल” का भी अवलोकन करने की कृपा करें एवं यदि उचित लगे तो अपनी टिप्पणी देकर कृतार्थ भी करें।?

साभार।?

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