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14 Jun 2021 10:07 AM

बिटिया बनकर आज दुल्हनियां बाबुल का घर छोड़ चली,संग गुजारे लम्हा लम्हा यादों कि बारात चली,
चली चली बिटिया हमसे दूर चली — सुंदर कविता??

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14 Jun 2021 02:42 PM

शुक्रिया श्रीमान जी ?

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