Seema gupta,Alwar
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14 Jun 2021 02:42 PM
शुक्रिया श्रीमान जी ?
बिटिया बनकर आज दुल्हनियां बाबुल का घर छोड़ चली,संग गुजारे लम्हा लम्हा यादों कि बारात चली,
चली चली बिटिया हमसे दूर चली — सुंदर कविता??