Bhupendra Rawat
Author
25 May 2021 02:04 PM
तह दिल आभार सर आपका
मां ही है जो धरती पर मुझे लाई है।
ममता उर में मां के ही समाई है।
भूलने वाले भूल गए होंगे मां को,
मां ने बेटे_ बेटियों के लिए सदा लोरियां गाई है।।
सुंदर सृजन आदरणीय???