ओनिका सेतिया 'अनु '
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19 May 2021 02:45 PM
धन्यवाद जी
उम्र ए तजुर्बा बहुत कुछ सिखाती है।
अवस्थाएं उम्र की हर गुजर जाती है।
सुकून से छूटे काया का साथ,
अंतिम अवस्था में यही बातें याद आती है।
बहुत सुंदर गजल धन्यवाद ??