Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

हां यह सही है कि इंसान अपना विकास प्रकृति को नष्ट करके कर रहा है किंतु इस्वर एक ऐसी पहेली है जिसे कोई नही सुलझा सकता क्योंकि इस्वर वेवशो एयर असहायों के दुख दर्द को भी नही जानता और अमीरों और अत्याचारियों के अत्याचार को भी ।

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...