Ritesh Shrivastava
Author
24 Apr 2021 11:24 PM
आपको ह्रदय से धन्यवाद
बस कर मेरे प्रभु,अब सुकून से मरने भी नहीं देगा! वर्तमान हालात पर व्यवस्था से निराश, परमपिता परमेश्वर से अनुनय विनय के साथ रचित यह रचना बहुत ही उपयोगी है! लिखते रहिए, शुभकामनाएं!