Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

?? मैंने उसे खत लिखा , यह सोच कर कि जवाब आएगा । मुझ बदनसीब के हिस्से में भी , शायद थोड़ा शबाब आएगा । । बहुत सुंदर सृजन । बहुत अच्छा लगा । ?? कृप्या मेरी रचना “ये खत मोहब्बत के” पर भी प्रकाश डालें पसंद आये तो वोट भी देने की कृपा करें । मैं आपकी रचना का अवलोकन कर 7वाँ वोट किया है । ध्यान रहे सर । मुझे आपके वोट का इंतजार रहेगा सर ।?????????

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...