??तुम लौट आओ कि
ग़ुलाब फिर से खिल गये हैं । बहुत सुंदर लिखा आदरणीय । मैं आपको अपना 11वाँ वोट दे रहा हूँ । ध्यान रहे ।??मेरी रचना “ये खत मोहब्बत के” पर भी प्रकाश डालें एवं पसंद आये तो अवलोकन कर वोट देने की कृपा करें । मुझे आपके वोट का इंतजार रहेगा महोदय । ????????
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ग़ुलाब फिर से खिल गये हैं । बहुत सुंदर लिखा आदरणीय । मैं आपको अपना 11वाँ वोट दे रहा हूँ । ध्यान रहे ।??मेरी रचना “ये खत मोहब्बत के” पर भी प्रकाश डालें एवं पसंद आये तो अवलोकन कर वोट देने की कृपा करें । मुझे आपके वोट का इंतजार रहेगा महोदय । ????????