वाह! “जग के अमर्यादित शहर में तुम्हारा मर्यादित व्यवहार लिखा” बहुत सुंदर रचना, मेरा वोट स्वीकार करें। कृपया मेरी रचना ‘प्रेम’का अवलोकन कर कृतार्थ करें आपका मत अपेक्षित है।
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वाह! “जग के अमर्यादित शहर में
तुम्हारा मर्यादित व्यवहार लिखा” बहुत सुंदर रचना, मेरा वोट स्वीकार करें। कृपया मेरी रचना ‘प्रेम’का अवलोकन कर कृतार्थ करें आपका मत अपेक्षित है।