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लक्ष्मी जी,

आपने अपने विरह गीत छंद के माध्यम से एक प्रियसी का विलाप को अभिव्यक्त करने का प्रयास है, वह काफी सराहनीय है मैंने आपकी कविता की प्रत्येक पंक्ति को पढ़ा। आपकी पूरी कविता वियोग श्रृंगार से परिपूर्ण है।

मैंने आपकी रचना पढ़कर अपना मत दिया है कृपया मेरी कविता पर आप अपना मत और सुझाव प्रस्तुत करें।

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