अमरेश मिश्र 'सरल'
Author
4 Feb 2021 01:10 PM
आभार आदरणीय
5 Feb 2021 09:35 AM
कृपया मेरी रचना “प्रेम” का अवलोकन कर मत प्रकट करें !
आपकी प्रस्तुति को मत दे दिया है !
खुश रहे तू सदा ये दुआ है मेरी ,
बेवफ़ा ही सही तू दिलरुबा है मेरी है ,
श़ुक्रिया !