3 Feb 2021 03:10 PM
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राजेश बन्छोर
Author
15 Feb 2021 10:42 PM
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.
राजेश जी की यह कविता आधुनिक शहरी जीवन में ‘प्रेम’ के बदलते संदर्भ और मायने पर एक समीचीन अभिव्यक्ति है। वर्तमान परिदृश्य में प्रेम के निहितार्थ और क्षणभंगूरता का इन पंक्तियों द्वारा सुंदर चित्रण किया गया है।