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सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति।
सृष्टि में विद्यमान हर वस्तु के अस्तित्व की अपनी विषमताएं एवं अंतर्निहित वेदनाऐं हैंं।
इस विषय में मैंने अपने भाव अपनी प्रस्तुति “पत्थर की अभिलाषा ” में प्रस्तुत किए हैं। कृपया अवलोकन कर अपनी टिप्पणी प्रस्तुत करें ।
धन्यवाद !

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8 Jan 2021 10:53 AM

आपका तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं धन्यवाद जी

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