Pappu Kumar Shetty
Author
8 Jan 2021 10:53 AM
आपका तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं धन्यवाद जी
सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति।
सृष्टि में विद्यमान हर वस्तु के अस्तित्व की अपनी विषमताएं एवं अंतर्निहित वेदनाऐं हैंं।
इस विषय में मैंने अपने भाव अपनी प्रस्तुति “पत्थर की अभिलाषा ” में प्रस्तुत किए हैं। कृपया अवलोकन कर अपनी टिप्पणी प्रस्तुत करें ।
धन्यवाद !