मधुसूदन गौतम
Author
7 Jan 2021 08:05 AM
आत्मिक आभार प्रतिक्रिया के लिये आदरणीय
कटु यथार्थ की संदेशपूर्ण प्रस्तुति ।
मनुष्य की प्रकृति ही ऐसी है कि वो वोट का लोभ संवरण नहीं कर पाती। प्रतियोगिता का वातावरण उन्हें इस हेतु प्रेरित करता रहता है ।
धन्यवाद !