Arsh M Azeem
Author
3 Jan 2021 10:52 PM
बहुत बहुत आभार
बहुत बहुत आभार
कलाओं की कहां कमी है मानवी वेश में।
कुछ लोग जीते हैं इसी परिवेश में।।
आपकी प्रस्तुति पर धन्यवाद!