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31 Dec 2020 09:44 PM

वाह! ज़िन्दगी से मौत की है ठन गई
धड़कनों को मैं जिता कर देख लूँ
बेहतरीन गजल। पढ़कर मन खिल गया।
वोट हमने कर दिया है?

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