सुंदर प्रस्तुति !
आपकी प्रस्तुति के भावों को मैंने कुछ इस तरह प्रकट किया है :
दो पल ज़िंदगी के हंसी खुशी गुज़र जाऐं ,
कुछ दिल से दिल के तार जुड़ें ,
कुछ आंखों आंखों में बातें हो जाऐंं ,
कुछ तम़न्नाओं का इज़हार -ए – एहसास हो ,
कुछ अरमान दिलों के निकल जाऐं ,
सुंदर प्रस्तुति !
आपकी प्रस्तुति के भावों को मैंने कुछ इस तरह प्रकट किया है :
दो पल ज़िंदगी के हंसी खुशी गुज़र जाऐं ,
कुछ दिल से दिल के तार जुड़ें ,
कुछ आंखों आंखों में बातें हो जाऐंं ,
कुछ तम़न्नाओं का इज़हार -ए – एहसास हो ,
कुछ अरमान दिलों के निकल जाऐं ,
श़ूक्रिया !