Pooja Singh
Author
28 Dec 2020 01:05 PM
Thank you
Thank you
मानवीय असंवेदनशीलता से प्राकृतिक घटनाओं में हो रहे बदलाव में कोरोना ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर पुनरावलोकन का अवसर प्रदान किया है, ऐसा आपकी रचना में परिलक्षित हो रहा है, किसी हद तक शायद ठीक है!