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दिल का सूना साज़ तराना ढूंढेगा ,
तीरे निग़ाहे नाज़ निशाना ढूंढेगा ,
रफ़ी तुझको तेरे बाद जमाना ढूंढेगा ,
लोग तेरे गीतों को चुराकर ढालेंगे तरानों में ,
तेरे नग़मों की आग बँटेगी दुनिया के परवानों में ,
वक्त तेरे गीतों का खज़ाना ढूंढेगा ,
म़ुरीद तुझको याद करेंगे भीग़ी भीग़ी शामों में , लेकिन एक मास़ूम़ सा दिल भी इन सारे हंग़ामों में ,
छुप छुप के रोने का बहाना ढूंढेगा ,
आस का सूरज साथ रहेगा जब सांसो की राहों में ,
गम़ के अंधेरे छंट जाएंगे मंज़िल होगी बांहों में,
प्यार धड़कते दिल का ठिकाना ढूंढेगा ,
रफ़ी तुझको तेरे बाद ज़माना ढूंढेगा ,

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26 Dec 2020 06:44 PM

वाह

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