मन मस्तिष्क में चल रहे अन्तर द्वंध को शब्दों में परिभाषित यह रचना समीचीन महसूस होती है।
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मन मस्तिष्क में चल रहे अन्तर द्वंध को शब्दों में परिभाषित यह रचना समीचीन महसूस होती है।