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मैं तुम्हारी तरह जाने वालों ज़रा मुड़ के देखो मुझे एक इंसान हूँँ ,
इस अनोखे जगत की एक तस्वीर हूँँ ,
इस विधाता के हाथों की एक तकदीर हूँँ ,
इस जहाँँ के लिए धरती माँँ के लिए शिव का वरदान हूँ ,

धन्यवाद !

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