मेरे हर इजहार -ए -हाल मे तुम ग़ज़ल हो , मेरे दिलो जाँ के हर तस़व्व़ुर से आगे रूह में पैवस्त तुम गज़ल हो ,
श़ुक्रिया !
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मेरे हर इजहार -ए -हाल मे तुम ग़ज़ल हो ,
मेरे दिलो जाँ के हर तस़व्व़ुर से आगे रूह में पैवस्त तुम गज़ल हो ,
श़ुक्रिया !